पथ के साथी

Saturday, October 17, 2020

1028-वन्दना

 हे! अम्बिके जगदम्बिके - हरिगीतिका छंद

ऋता शेखर 'मधु'

 

 हे! अम्बिके जगदम्बिके तुम, विश्व पालनहार हो।

आद्या जया दुर्गा स्वरूपा, शक्ति का आधार हो।

 

शिव की प्रिया नारायणी, हे!, ताप हर कात्यायिनी।

तम की घनेरी रैन बीते, मात बन वरदायिनी।।।

भव में भरे हैं आततायी, शूल तुम धारण करो।

हुंकार भरकर चण्डिके तुम, ओम उच्चारण करो।

त्रय वेद तेरी तीन आँखें, भगवती अवतार हो।

हे! अम्बिके जगदम्बिके तुम, विश्व पालनहार हो।

 

कल्याणकारी दिव्य देवी, तुम सुखों का मूल हो।

भुवनेश्वरी आनंदरूपा, पद्म का तुम फूल हो।

भवमोचिनी भाव्या भवानी, देवमाता शाम्भवी।

ले लो शरण में मात ब्राह्मी, एककन्या वैष्णवी।।

काली क्षमा स्वाहा स्वधा तुम, देव तारणहार हो।

हे अम्बिके जगदम्बिके तुम, विश्व पालनहार हो।

 

गिरिराज- पुत्री पार्वती जब, रूप नव धर आ रही।

थाली सजे हैं धूप, चंदन, शंख ध्वनि नभ छा रही।|

देना हमें आशीष माता, काम सबके आ सकें।

तेरे चरण की वंदना में, हम परम सुख पा सकें।।

दे दो कृपा हे माँ जयंती, यह सुखी संसार हो|

हे! अम्बिके जगदम्बिके तुम, विश्व पालनहार हो।

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गीत सुनने के लिए नीचे लिखे अर्चना चावजी के नाम को क्लिक कीजिए-

        अर्चना चावजी 


 


25 comments:

  1. बेहद सुन्दर अभिव्यक्ति
    हार्दिक बधाई आदरणीया।
    सादर।

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    1. हार्दिक आभार आदरणीया !

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    1. हार्दिक आभार आदरणीया !

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  3. Replies
    1. हार्दिक आभार आदरणीया !

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  4. बहुत सुंदर भावों की अभिव्यक्ति।

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    1. हार्दिक आभार आदरणीया !

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  5. अम्बिके जगदम्बिके की जय हो!..नवरात्रि के पावन अवसर पर बहुत सुंदर भेंट, आपको अनेकों बधाई ऋता जी

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    1. हार्दिक आभार आदरणीया !

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  6. अर्चना चावजी के मधुर स्वर ने इस वंदना को और अधिक आनन्दमयी बना दिया!आपको बधाई!!

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  7. अति सुन्दर अभिव्यक्ति..हार्दिक बधाई ऋता जी !

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    1. हार्दिक आभार ज्योत्सना जी !

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  8. बहुत ही मीठे मधुर स्वर में वन्दना गाई आपने अर्चना चावजी जी, हार्दिक बधाई आपको !

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  9. नवरात्रि के व्रत पर वंदन हेतु सुंदर कृति पढ़कर और सुनकर आनंद आया । हरिगीतिका छंद की संरचना में सुंदर भाव भरना कठिन प्रतीत होता है, ऋचा जी का कौशल सराहनीय है । अर्चना जी ने अपने कंठ से इसे शोभित कर श्रोता गण को स्वयं गाने का आधार दिया, धन्यवाद ।

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  10. बहुत सुंदर भाव।

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    1. हार्दिक आभार आदरणीया !

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  11. सुंदर वंदना के साथ मधुर गान.... बहुत बढ़िया
    आप दोनों को हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाइयाँ

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  12. हार्दिक आभार आदरणीय !

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  13. हार्दिक आभार आदरणीया !

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  14. दुर्गा वंदना को यहाँ पर स्थान देने के लिए हार्दिक आभार भैया !

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  15. मधु जी माँ दुर्गा की स्तुति बहुत सुन्दर भावपूर्ण है |हार्दिक बधाई और माँ की कृपा बनी रहे सभी पर |

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  16. बहुत सुन्दर...हार्दिक बधाई ऋता दी को

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